पानी आपके शरीर में बोहोत बड़ा रोल प्ले करता है पानी आपके शरीर को मोटा या पतला बनाने में सहायक होता है
वज़न बढ़ना
वज़न घटना
चेहरे में झुररया आना
कब्ज़ की तकलीफ
खाना न पचना
गैस का बनना
लीवर की कमज़ोरी
गुर्दे में पथरी का बनना
सुस्ती आना
रोग प्रतिरोधक छमता का कम हो जाना
स्किन एलेर्जी
चेहरे पर दाग धब्बे का होना
बार बार बीमार हो जाना
सर दर्द पेट दर्द का होना
चेहरे में रुखापन होना
शहीर में अनचाही जगह पर चर्बी का जम जाना
चेहरे की चमक चली जाना
ऐसी कई तरह की छति से लेकर बड़ी समस्या को फेस करना पड सकता है अगर पानी को सही मात्रा में और सही समय पर नहीं लिया तो।
आज हम आपको कुछ ऐसी पॉइंट्स बताने वाले वाले है जिससे आपको ये पता हो जायगा की पानी को किस तरह तरह पीना चाहिए और कब ज़रूरी है।
1 .पानी इतना ज़रूरी क्यों है ?
2 . दिन में कितना पानी पीना चाहिए ?
3 . शरीर में पानी की कमाई को कैसे पता लगाए ?
4 . एक बार में कितना गिलास पानी पीना चाहिए ?
5 . पानी कब पीना चाहिए कब नहीं पीना चाहिए ?
6 . किस तरह का पानी होना चाहिये ठंडा या गरम या फिर नार्मल
7 . पानी वज़न बढ़ने और घटने में कैसे मदद करताहै
हमारे शरीर में 60 से 70 %पानी होता है और हमारे द्वारा पिय गए पानी का इस्तिमाल किडनी ,लीवर और लंग्स पाचन तंत्र और लगभग शरीर के सभी हिस्सों को काम करने और हिस्सों की कोशिकाओ को जींद रखने में होता है।
अब सवाल ये उठता है की कम से कम और ज़्यादा से ज़्यादा कितना पानी पिया जा सकता है और अगर आपके शरीर में पानी की कमी हो गयी है तो इसे किस तरह से पता लगाया जा सकता है।
शरीर में पानी की कमी होते ही पेशाब का रंग पीला पड जाता है पाचन शक्ति कमज़ोर होने लगती है चारे और शरीर की स्किन रूखी और बेजान और थीरे थीरे कमज़ोर पड़ने लगती है और अगर शुरू से पानी पिने के सही तरीके पर ध्यान न दिया जाय तो भविस्य में गंभीर बिमारी का रूप ले सकते है इस लिए हर दिन नियंत रूप से पानी का पीना बोहोत ज़रूरी है
अब ब्बत करते है की दिन भर में कितना पानी पीना चाहिए और पानी किस चाहिए ठंडा गर्म या नार्मल उसके लिए हमे ये जनन्ना होगा की पानी में क्या क्या होता है पानी में ज़ीरो कैलरी होने के बावजूद ये हमारे शरीर को
हायड्रेड करके शरीर के ज़हरीले पदार्थ को बहार निकलने में सहायक होता है स्किन को साफ़ रखता है दिमागी ताकत आँख हड्डी पाचन शक्ति को मज़बूत बनाता है 2 लीटर लगभग पानी मल पसीना पेशाब के ज़रिये बहार निकल जाता है जिसे रिस्टोर करना बोहोत ज़रूरी होता है।
वैसे दिन में कितना पानी पीना चाइये ये उस व्यक्ति के शरीर और वो जहा रहता है वहा का मौसम और उसकी फिज़िकल एक्टिविटि पर निर्भर करता है। लेकिन एक सामान्य व्यक्ति को दिन में 8 से 12 पानी पीना चाहिए ये तकरीबन 2 से 3 लीटर हो जाता है। और गर्मी में ये मात्रा बढाई सकती है। और जो लोग एक्सरसाइज़ करते है उन्हें ज़्यादा पानी चाहिए।
अब सवाल ये भी है की ज़्यादा से शरीर में नुक्सान हो सकता है या नहीं तो कोई भी चीज़ की ज़्यादा मात्रा नुक्सान तो होता ही है। ज़्यादा पानी पीने से हमारी किडनी का काम बढ़ जाता है और खून में सोडियम के लेवल कम हो सकता है लेकिन ऐसा बोहोत कम हटा है क्यूंकि लोग उतना भी पानी नहीं पि पाते जितनी उनके शरीर को ज़रूरत होती है। ऐसा तब होता हो जब कोई 4 से 5 लीटर पानी पिता है।
एक बार में कितना पानी पीना चाहिए कुछ लोगो को लगता है की पानी जब चाहे तब और कितना भी भी पी सकते है।
कुछ लोगो को लगता है की वो पानी को कभी भी और कैसे भी पी सकते हैं लेकिन ऐसा बिकुल नहीं है।
पानी को हमेशा बैठ कर और थीरे थीरे पीना चाहिए कोशिश करें की पानी को तीन बार में पिए।
ऐसा करने से हमारी किडनी उसे अच्छी तरह से फ़िल्टर क्र पति है और पाचन शक्ति भी काफी बढ़ जाती है।
जबकि खड़े होकर पानी पीने से हमारी किडनी उसे ठीक तरह से फ़िल्टर नहीं कर पाती और पाचन शक्ति भी कमज़ोर होती है और मुँह से हटा कर पानी पीने से बहार की गैस भी हमे शरीर में चली जाती है। जिससे भविस्य में हमे जोड़ो में दर्द और बोहोत सी बिमारी का सामना करना पड सकता है। इसलिए पानी हमेशा बेथ कर और थीरे थीरे या तीन बार में पीना चाहिए। और एक बार में एक या दो ग्लास या फिर जितनी प्यास हो उतना ही पीना चाहिए क्यूंकि एक ही बार में ज़्यादा पानी पीने से हमारी किडनी उसे ठीक तरह से फ़िल्टर नहीं कर पाती और पानी हमारे शरीर में लगे बिना ही मूत्र के ज़रिय बहार निकल जाता है।
पानी गर्म ठंडा या फिर नार्मल।
हम जब भी कोई चीज़ खाते या फिर पीते है तो हमारा शरीर पहले उस खाने को गर्म करता है उसे अच्छी तरह से पचाता है फिर उसे इस्तिमाल में लेता है जिससे काफी मात्रा में एनर्जी चली जाती है। पानी के साथ भी ऐसा ही है। जब हम पानी पीते है तो हमारा शरीर पहले उसे गर्म करेगा फिर उसे इस्तिमाल में लेगा इसलिए कोशिश करें की पानी जब भी पियें थोड़ा गर्म ही पिए हल्का गुंगुना पानी जितना पिया जा सकता है। इससे हमारी काफी एनर्जी वेस्ट होने से बच जायगी। गर्म न हो तो नार्मल ही पिय ठंडा या फ्रिज़ का पानी नुक्सान दायक हो सकता है।
बात करते है पानी कब पीना चाहिए और कब नहीं पीना चाहिए।
ये एक ऐसा समय है जहाँ अक्सर लोग गलती करते है इसीलिए पानी कब पीना चाहिए ये जनने से पहले हम ये जानेंगे की पानी को कब नहीं पीना चाहिए।
खाना खाने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए खाना खाने से पहले थोड़ा सा पानी पी लेना चाहिए उससे हमारा गला गीला हो जाता है जिससे खाना आसानी से नीचे उतर जाता है थोड़ा पानी पीना मतलब इतना की गला गीला हो जाय। और खाना खाने के बीच में भी थोड़ा पानी पिया जा सकता है लेकिन खाना खाने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए इससे हमारा खाना ठीक तरह से पच नहीं पता खाना पचाने वाला अम्ल भी ठीक तरह से नहीं निकल पाता
जिससे हमे कब्ज़,गैस पेट फूलना चर्बी बनना ऐसी कई बीमारी हो सकती है। खाने के बाद 45 या फिर 1 घंटे के बाद ही पानी पीना चाहिए।
सोते वक्त ज़्यादा पानी पीकर सोना या फिर रात को उठ कर पानी पीने से ये हमारे शरीर में इस्तिमाल हुए बिना ही किडनी में फ़िल्टर होने के लिए पोहोच जाता है क्यूंकि सोते वक्त हमारा शरीर एक्टिव नहीं रहता इसलिए ऐसा होता है और रात में टॉयलेट के लिए भी बार बार उठना पड सकता है जिससे दोबारा नींद आने में दिक्कत हो सकती है। जितना हो सके पाने को दिन में ही पी लेना चाहिए।
फल या खीरा वगेरा खाने के बाद भी पानी को तुरंत नहीं पीना चाहिए उसी तरह केला तरबूज संतरे और दूसरे फल खाने के बाद भी तुरंत पानी बिलकुल नहीं पीना चाहिए ऐसा करने से खाई हुई चीज़ सख्त हो जाती है और पचने में दिक्कत होती है और कुछ लोगो को तो सर्दी ज़ुखाम भी हो जाते है।
साथ ही साथ चाय कॉफी या सूप वगेरा पीने के बाद भी तुरंत पानी नहीं पीना चाहिए ऐसा करने से हमारे दांत और मसूड़ों में दर्द होने लगता है।
अब हम बात करते है की कब कब पानी पीना चाहिए। या पानी पीने का सही समय क्या है।
कुछ भी खाने या पीने से पहले हमे अपने शरीर को साफ़ क्र लेना चाहिए जिसके लिए पानी सबसे अच्छी चीज़ है सुबह उठ क्र एक से दो ग्लास पानी थीरे थीरे पीना चाहिए सुबह पानी पि लेने से रात को हमारे शरीर में बनने वाले ज़हरीले पदार्थो का सफाया हो जाता है खाने से पहले पानी पि लें। रात को सोने से पहले थोड़ा सा पानी पे ले तक़रीबन आधा ग्लास और खाना खाने के 45 मिनट बाद और नहाने के बाद भी पानी पि लेना चाहिए इससे हमारा ब्लड प्रेशर नार्मल रहता है।
जब आप एक्सरसाइज़ या फिर धूप से आते है तो आप थोड़ा रुक क्र पानी पिए और एक बार में थेर सारा पानी न पिय बल्कि थोड़ा पानी पिए इससे आपका टेम्प्रेचर भी नार्मल रहेगा।
और वर्कआउट करते समय अगर पानी पीना हो तो ग्लास का एक चौथाई ही पानी पिए इससे आपका ब्लडप्रेशर और टेम्प्रेचर ठीक रहेगा।
पानी के इस तरह के इस्तिमाल से आप अपने शरीर में होने वाली बोहोत से बीमारी को कर सकते हो या ऐसी बीमारी आपको होगी ही नहीं इस तरह से पानी का इस्तिमाल से आपका वज़न बढ़ना और घटना दोनों ही संभव हो सकता है। आपका चेहरा ग्लो हो सकता है सेहत अच्छी हो सकती है आँखों में चमक बाल भी झड़ने से बच जाँयगे।
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